अमानुल हक की रिपोर्ट
बेतिया/लौरिया: लौरिया में शनिवार को अलग अलग दुर्घटना में दो की मौत घटनास्थल पर ही हो गई, जबकि एक व्यक्ति की स्थिति काफी नाजुक बनी हुई है। दोनों जगहों पर ग्रामीण सड़क को जाम कर मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग पर अड़े रहे तो वहीं मठिया पुलिया के पास जाम हटाने आए दरोगा को आक्रोशितों ने उन्हें धक्का देकर खदेड़ दिया। दारोगा ने उग्र भीड़ को देखकर संयम बरतते हुए पुनः वापस आकर जाम खत्म करने का आग्रह करते दिखे। विदित हो कि शनिवार को सुबह में मटियारिया से एक पावर ट्रैक्टर ट्रॉली मिट्टी लादकर गोबरौरा गांव के पास चिमनी में जा रहा था। वहीं गोबरौरा गांव से बद्री पाल का पुत्र शिवशंकर पाल जो लौरिया की ओर अपनी बाईक से जा रहा था। इसी बीच गांव में ही बाईक चालक ट्रैक्टर ट्राली से साइड लेने के चक्कर में ट्रॉली के पहिया से दब गया, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। हालांकि बाईक चालक हेलमेट पहने हुए था, लेकिन उसका माथा ही गाड़ी की चपेट में आ गया था। ग्रामीणों के अनुसार ट्रैक्टर ट्रॉली गांव के ही प्रकाश मिश्र की बताई जा रहा है। गाड़ी चालक गाड़ी छोड़कर फरार हो गया। इधर ग्रामीणों ने उग्र तेवर दिखाते हुए सड़क को जाम कर दिया। वहीं उपद्रवियों ने आक्रोश व एक षडयंत्र के तहत चिमनी पर रखे बाईक, जेरेनेटर, मकान सहित दर्जनों सामानों को क्षतिग्रस्त कर दिया। गोबरौरा में लौरिया, साठी, शनिचरी आदि थाना की पुलिस कैंप की हुई है। लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की व्यवस्था हो रही है। वहीं दूसरी तरफ लौरिया – बेतिया एनएच 727 मार्ग में स्थित मठिया पुल के पास बोलेरो और टेम्पू की आपसी भिड़ंत में टेम्पू चालक की मौत घटनास्थल पर हो गई। चालक के माथा का पूरा भाग दब कर फट गया था। जबकि दूसरा व्यक्ति जीवन और मौत से जूझ रहा था। ग्रामीणों ने आनन फानन में घायल को लौरिया अस्पताल में भेजा, जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति नाजुक देखते हुए एम्बुलेंस से बेतिया भेज दिया। टेम्पू मृतक की पहचान उसके आईकार्ड से हुई है, जिसका नाम संजय कुमार शर्मा, पिता रामनाथ शर्मा, ओझटोला तुरकौलिया पूर्वी चंपारण के रूप में हुई है, जबकि घायल ब्यक्ति मरजदी गौनाहा के धनञ्जय राम के पुत्र प्रेमचंद राम के रूप में हुई है। इधर बोलेरो और टेम्पू में इतना जबरदस्त टक्कर हुआ था कि टेम्पू करीब दो फीट से भी अधिक उछल गया था। वहीं बोलेरो चालक वाहन सहित फरार हो गया लेकिन उसका नंबर प्लेट घटनास्थल पर ही टूटकर गिर गया। इधर घटना की सूचना मिलते ही दारोगा नवलकिशोर मांझी जब घटनास्थल पर पहुंचे तो उपद्रवियों ने पुलिस मुर्दाबाद कहते हुए उन्हें पकड़कर सड़क के नीचे धकेल दिया। लेकिन पुलिस जवानों के पहुँचते ही दारोगा ने संयम से काम लेते हुए उपद्रवियों को समझाते हुए लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। एनएच727 करीब साढ़े 3 घंटे से अधिक देर तक जाम रहा।