सौरभ सिंह
नोएडा :जहरीली शराब से होने वाली मौत का सिलसिला दूसरे दिन रविवार को भी जारी रहा। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के लोगों पर जहरीली शराब का कहर इस प्रकार टूटा है कि मौत का आंकड़ा थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। मृतकों की संख्या 100 से ऊपर पहुंच गई है। सहारनपुर में 46, रुड़की में 32, कुशीनगर 10 मेरठ में 23 लोगों की मौत हो चुकी है। दोनों राज्य सरकार अब ताबड़तोड़ कार्रवाई में लगी हुई हैं। इन मौतों के बाद योगी सरकार ने अवैध शराब के खिलाफ पूरे प्रदेश में अभियान शुरू हो गया है. सिद्धार्थनगर, मऊ, सहारनपुर, ललितपुर, कौशांबी, झांसी, आगरा, सीतापुर, बिजनौर, रायबरेली, जालौन, प्रतापगढ़, एटा, वाराणसी समेत कई जिलों में अभियान चलाकर करीब 9 हजार लीटर कच्ची शराब को बरामद करने के साथ करीब 175 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, उत्तराखंड में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
प्रदेश के आबकारी आयुक्त धीरज साहू का कहना है कि सहारनपुर में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों का आंकड़ा प्रभावितों को समय से उपचार न मिलने की वजह से बढ़ा। श्री साहू के अनुसार सहारनपुर के थाना गागलहेड़ी के गांव उमाही, शरबतपुर व तहसील सदर के गांव माली व आसपास और थाना देवबंद के गांव सलेमपुर, मायाहेडी व ताजपुर के लोग हरिद्वार से लगी सीमा पर स्थित गांव बालूपुर में ज्ञान सिंह के यहां तेरहवीं भोज में शामिल होने गये थे।
वहीं तेरहवीं के भोज में कच्ची देसी शराब शराब परोसी गयी। खाने-पीने के बाद इन लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी। चूंकि बारिश हो रही थी इसलिए हरिद्वार के गांव बालूपुर में इन बीमारों को उपचार नहीं मिल पाया। इसलिए यह लोग सहारनपुर अपने घर वापस उसी रात आ गये, मगर तबीयत बिगड़ती चली गयी। अगले दिन सुबह भी अस्पताल ले जाने में विलम्ब किया गया। इस वजह से स्थिति अनियंत्रित होती चली गयी।