सोनू मिश्रा संवाददाता
पटना। देवघर में कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा और मणिशंकर अय्यर पर तंज कसा यही और मोदी ने कहा है कि नामदार परिवार के दो सबसे करीबी दरबारियों ने अपनी तरफ से बैटिंग शुरू कर दी है। एक बल्लेबाज तो नामदार के गुरू हैं, जिन्हें पहले मैदान में उतारा गया। उन्होंने सिखों का मजाक उड़ाते हुए कहा कि नरसंहार हुआ तो हुआ। दूसरे बल्लेबाज गुजरात चुनाव के बाद मैदान से बाहर थे। वो भी दो दिन से मैदान में हैं। मुझे जमकर गालियां दे रहे हैं। कांग्रसे में नाखून काटकर शहीद होने की होड़ मची है।
मोदी ने कहा, है कि 4-5 चरण के चुनाव के बाद सभी सर्वे वालों ने कह दिया है कि एनडीए की सरकार बन रही है। फिर क्यों मोदी सातवें चरण तक मेहनत कर रहा है? महामिलावटी दिल्ली में एक मजबूर सरकार बनाने का सपना पाले थे, लेकिन अब उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया। उनके नकारात्मक प्रचार में दो ही मुद्दे हैं। एक मोदी की छवि खराब करो और दूसरा मोदी को हटाओ।
महामिलावटी लोगों ने हमेशा परिवार के स्वार्थ को राष्ट्र रक्षा से ऊपर रखा। कांग्रेस का नामदार परिवार हो या फिर बिहार का भ्रष्ट परिवार। इनकी संपत्ति आज हजारों करोड़ रुपए में है। ये पैसे कहां से आए? अगर गरीब की परवाह होती तो भ्रष्टाचार करने से पहले इनके हाथ कांपते। गरीब इनके लिए सिर्फ एक रटा-रटाया शब्द मात्र है। ये लोग हमेशा प्रशंसा सुनने के आदी हैं। दरबारियों की पूरी फौज गुणगान करके इनका अहंकार बढ़ाती रहती है।
महामिलावटियों ने देश की सुरक्षा को ताक पर रख दिया था। 2014 से पहले आतंकी कहीं भी आतंक फैलाते थे, लेकिन कांग्रेस के नेता सिर्फ बयान देते रहते थे। आपके चौकीदार ने पाकिस्तान से मिल रहे घाव को सहने से इनकार कर दिया। सपूतों को खुली छूट दी और उन्होंने आतंकियों को ऐसे मारा, जैसे कि भूत-प्रेत को चोटी पकड़कर मारते हैं। जरूरत पड़ी तो भारत भगवान कृष्ण की तरह आतंकियों के खात्मे के लिए सुदर्शन चक्र धारण करेगा।