ऋषी तिवारी
नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा है कि हम आतंक पर बात नहीं करना चाहते हैं, हम इस पर कार्रवाई चाहते हैं। आतंक और वार्ता एक साथ नहीं चल सकते। हम आतंक से मुक्त माहौल में पाकिस्तान के साथ जुड़ने के लिए तैयार हैं। भारत की पाकिस्तान के साथ बातचीत नहीं हो सकती है जब तक कि पड़ोसी देश अपनी मिट्टी से संचालित होने वाले आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता है। “कुछ लोग कहते हैं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान एक राजनेता हैं। अगर वह इतना उदार है तो उसे जेएम प्रमुख मसूद अजहर को भारत को सौंप देना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में चीन ने वीटो लगाते हुए जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की राह एक बार फिर अड़ंगा लगा दिया। यूएनएससी के फैसले लेने से कुछ मिनट पहले चीन ने वीटो का इस्तेमाल करते हुए इस प्रस्ताव को रोक दिया। विदेश मंत्रालय ने चीन के इस कदम पर नाखुशी जताते हुए कहा कि हम निराश हैं। लेकिन हम सभी उपलब्ध विकल्पों पर काम करते रहेंगे।