ऋषी तिवारी
नई दिल्ली। वीके सिंह ने कहा कि देश के लोग चाहते हैं कि आतंकवाद से मुकाबले के लिए भारत इजरायल का अनुसरण करे और ऐसा विपक्ष चलते नहीं किया जायेगा। इजरायल का विपक्ष अपनी सेना पर संदेह नहीं करता और उसे अपमानित करने का प्रयास नहीं करता। पूर्व सेनाध्यक्ष ने कहा कि उनकी सेना जब ‘ऑपरेशन म्यूनिख’ जैसे टास्क अंजाम देती है तो कोई संदेह नहीं करता।
आज शायद बाहर का तो पता नहीं, पर अंदर तो एक जबरदस्त सर्जिकल स्ट्राइक की आवश्यकता है। यदि ये नहीं हो पाया तो लुटेरे तो लूटने के लिए तैयार बैठे हैं और आज जो पाकिस्तान को साफ करने की बात कर रहे हैं। प्याज-पेट्रोल-टमाटर महंगे हो गए तो सड़कों पर आ जाएंगे। दाल फ्राई खाने का शौकीन देश टमाटर महंगे होना नहीं सहन कर सकता।’
जेएनयू में कथित देशविरोधी नारेबाजी, मीडिया और अभिनेताओं को लेकर वीके सिंह ने कहा, इजरायल के नेता सेनाध्यक्ष को कुत्ता, गुंडा नहीं कहते। टैक्सपेयर्स के पैसों पर पढ़ने वाले शहेला राशिद या कन्हैया कुमार जैसे जोंक नहीं है, वहां जो आर्मी को रेपिस्ट बताते फिरे। पूर्व सेनाध्यक्ष ने लिखा, ‘वहां न तो आतंकवादियों के लिए रात दो बजे कोर्ट खुलते हैं और न ही वहां के पत्रकार आतंकियों के लिए मानवाधिकार का रोना रोते हैं। न ही वहां के पत्रकार आतंकी को टेररिस्ट कहने के बजाय मिलिटेंट या उग्रवादी कहते हैं।’