ऋषी तिवारी
नई दिल्ली। समिट के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद पर फिर से करारा प्रहार किया है और दुनिया को बताया कि कैसे मानवता के लिए खतरा बनता जा रहा है। आतंकवाद मानवता के लिए खतरा है। यह न सिर्फ बेगुनाह की हत्या करता है बल्कि आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता को भी बुरी तरह से प्रभावित करता है। जापान के ओसाका में पीएम मोदी ने RIC (Russia-India-China) और BRICS (Brazil, Russia, India, China, South Africa) नेताओं के साथ बैठक में आतंकवाद का मुद्दा उठाया और उन्होंने कहा कि हमें किसी भी तरह से आतंकवाद और जातिवाद के समर्थन को बंद करने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने RIC और BRICS नेताओं के साथ बैठक में आतंकवाद का मुद्दा उठाया और उससे मिलकर लड़ने के लिए सभी को साथ आने का आह्वान किया और इस दौरान भारत का पक्ष रखते हुए दुनिया में बढ़ते वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए 5 सुझाव दिए हैं..
1- न्यू डेवलेपमेंट बैंक की ओर से सदस्य देशों के भौतिक और सामाजिक इन्फ्रास्ट्र्रक्चर व नवीकरणीय ऊर्जा कार्यकर्मों में निवेश को अधिक प्रामिकता मिलनी चाहिए।
2 – BRICS देशों के बीच तालमेल से आतंकवाद पर कुछ एकतरफा फैसलों के दुष्परिणामों से निपटा जा सकता है। इसके लिए हमें रिफॉर्म पर बल देने की जरूरत है। रिफॉर्म मल्टीमैटरिलिज्म के लिए हमें अतंर्राष्ट्रीय, वित्तीय और व्यापारिक संस्थाओं व संगठनों में जो भी आवश्क सुधार करने की जरूरत हो उसे तत्काल करना होगा।
3 – दुुनियाभर में कुशल कारीगरों व कामगारों का आवागमन सुगम हो, उससे उन सभी देशों का लाभ हो, जहां पर आबादी का एक बड़ा हिस्सा एक काम करने का आयु पार कर चुका है।
4 – कोएलिशन और डिजास्टर रेजिलियंट इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए भारत की पहल अल्पविकसित और विकासशील देशों को प्राकृतिक आपदा का सामना करने के लिए बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने में सहायक होगी। इस गठबंधन में शामिल होने के लिए सभी का आह्वान करता हूं।
5 – पीएम ने कहा कि हाल ही आतकंवाद पर एक ग्लोबल कॉन्फ्रेंस का आह्वान किया है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहमति का अभाव हमें निष्क्रिय नहीं रख सकता है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में प्रमुख तौर पर प्राथमिकताओं में जगह देने के लिए ब्राजील का बहुत-बहुत सरहाना करता हूं।