अंजुम आलम की रिपोर्ट
जमुई: खैरा प्रखंड अंतर्गत गढ़ी के मिलनीटांड़ के ग्रामीणों ने एसटीएफ के जवानों पर देर रात्रि बेवजह मारपीट करने का आरोप लगाया है। एसटीएफ की दबंगई रवैये के खिलाफ दर्जनों ग्रामीणों ने हस्ताक्षरयुक्त आवेदन एसपी को सौंपा। और न्याय व सुरक्षा की गुहार लगाई। आवेदन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री,गृह सचिव पटना,आईजी और डीआईजी को मुंगेर भेजा गया है।वहीं दिए आवेदन में मिलनीटांड़ के ग्रामीणों ने बताया कि 1 मार्च की रात लगभग 7.30बजे गांव में एक पंचायत में दर्जनों ग्रामीण बैठे थे। तभी पुलिस की तीन बस एवं एक छोटी गाड़ी वहां से गुजरी और कुछ दूर जाने के बाद सभी वाहन रूक गया।
वाहन के रूकने के बाद एसटीएफ के जवान वाहन से उतरे और ग्रामीणों से पूछा कि इस गांव में कौन-कौन जाति के लोग रहते हैं।तब ग्रामीणों ने बताया कि एक तरफ अनुसूचित जाति के लोग है तथा दूसरी ओर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग रहते हैं। इसी पर पुलिस के जवानों ने गाली-गलौज करते हुए अल्पसंख्यकों के घर में घुसकर मारपीट शुरू कर दिया।साथ ही एसटीएफ के जवान उनलोगों के साथ अभद्र शब्दों का भी इस्तेमाल करते हुए लगातार मारपीट करते रहे जिससे कई लोगों को गंभीर चोटे भी आई है। इस घटना को लेकर ग्रामीणों ने एसपी को भी सूचित किया। ग्रामीणों ने एसपी से जांच कर अल्पसंख्यकों को सुरक्षा प्रदान करने की मांग किया।आवेदन में मो. सफीउल्लाह, मो. लुकमान अंसारी, मो. इकराम, मो. कलीम अंसारी, राजू अंसारी, मो. फैयाज अंसारी, महमूद आलम, जाकीर, मो. अली, मो. सफीउल्लाह, मो. रियाज अंसारी सहित दर्जनों ग्रामीणों के हस्ताक्षर मौजूद हैं।